Automobile level03cbse/Zero Unit

 


Level-3

Basics of Automobile

 Q.1.  एन. एस.  क्यू. एफ.  क्या है ?(What is NSQF?)


Ans.  NSQF stands for National Skills Qualifications Framework. (एन. एस. क्यू . एफ. से अभिप्राय नेशनल  स्किल्स क्वालिफिकेशनस फ्रेमवर्क )

Q.2.  यह वोकेशनल कोर्स कितने वर्ष का है ?(What is the duration of this vocational course?)

Ans,  पहले कक्षा 9 से लेने पर चार वर्ष का होता था लेकिन 2020  सत्र से इसे कक्षा 11 से भी लेकर दो वर्ष का कर सकते हैं।(Earlier it used to be of four years if taken from class nineth but from 2020 session it can be made of two years by taking it from class eleventh as well. )



Q.3.  What is Automobile?(ऑटोमोबाइल क्या है?)

Ans.  Automobile is self-propelled vehicle which run by its own power.(ऑटोमोबाइल एक ऐसा है जो अपनी स्वयं की शक्ति से चलता है।)

Q.4.  Automobile के field(क्षेत्र) में क्या स्कोप है ?(What is the scope in the field of Automobile?)

Ans.  ऑटोमोबाइल का क्षेत्र एक विशाल समुद्र है। आप नीचे लिखे क्षेत्रों में से किसी क्षेत्र में जाकर शुरुआत कर अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं -(The automobile sector is a vast ocean. You can make your future bright by starting in any of the fields mentioned below –)

1.  किसी टू-व्हीलर वर्कशॉप में टेकनिशियन के रूप में (As a technician in a two wheeler workshop)
2.  टू व्हीलर वर्कशॉप में सुपरवाईजर के रूप में (As Supervisor in two wheeler workshop.)
3.  टू व्हीलर वर्कशॉप में स्टोर इंचार्ज के रूप में (As store incharge in two wheeler workshop.)
4.  चार पहिया वाहन में सेल्स में(In Sales of Four Wheeler) 
5.  चार पहिया वाहन की सर्विस में (In Service of Four Wheeler)
6.  चार पहिया वाहन की बॉडी शॉप में (In body shop of four wheeler)
7.  वाहन इंश्योरेंस एजेंट बनकर (By becoming an auto insurance agent)
8.  स्वयं की टायर केयर वर्कशॉप खोलकर (Opening own tyre care shop)
9.   कार ड्राइविंग स्कूल खोलकर (Opening Car Driving School)
10. पॉलिटेक्निक में दूसरे वर्ष में प्रवेश लेकर  (By taking admission in second year of polytechnic.)
11.  वोकेशनल एजुकेशन में ग्रेजुएशन करके(By graduating in vocational education)
12.  रोडवेज में टेकनिशियनत के रूप में (As technician in roadways)
13.  वाहन निर्माता कंपनी में लाइनमैन के रूप में (As a lineman in vehicle manufacturer company)
14.  वाहन निर्माण उद्योग में सुपरवाइजर बनकर (As supervisor in vehicle manufacturer company )
15.  स्पेयर पार्ट्स निर्माण में किसी पद पर (Any position in spare parts manufacturing)
16.  रेलवे में इंजीनियर के पद पर (As an engineer in railway)
17.  सरकारी बस ड्राईवर के रूप में (As a government bus driver)
18.  किसी सरकारी विभाग में ड्राईवर के रूप में (As a driver in Government department)
19.  पुराने दो पहिया वाहनों की बिक्री में(Sale of old two wheelers)
20.  पुराने चार पहिया वाहनों की बिक्री में (Sale of old four wheelers)
21.  वाहन स्पेयर पार्ट शॉप खोलकर (By opening vehicle spare part shop)
22.  वाशिंग सेंटर खोलकर (By opening the washing center)
23.  व्हील अलाईनमेंट एवं बैलेंसिंग सेंटर खोलकर (Opening wheel alignment and balacing center)
24.  कॉलेज में वर्कशॉप ट्रेनर बनकर (workshop trainer in college)
25.  वाहन डिज़ाइनर के रूप में (As a vehicle designer)
26.  आई.टी.आई में अध्यापक के रूप में (As a teacher in ITI)
27. स्कूल में वोकेशनल अध्यापक बनकर (By becoming a vocational teacher in Government school)
28.  प्रदूषण जांच केंद्र खोलकर (By opening pollution check center)
29. वाहन एक्सीडेंट सर्वेयर के रूप में (As vehicle accident surveyor)

Q.5. In which year was the first vehicle invented and who invented that model?

Ans The first practical model of Automobile was invented in 1885 and German engineer Karl Benz invented that model.

प्र०.5. सबसे पहले वाहन का आविष्कार किस वर्ष हुआ और किसने इस  मॉडल का आविष्कार किसने किया था?

उ० ऑटोमोबाइल का पहला प्रैक्टिकल मॉडल 1885 में आविष्कार किया गया था और जर्मन इंजीनियर कार्ल बेंज ने इस मॉडल का आविष्कार किया था।

Q.6. What are the types of automobiles?

Ans. There are five major types of automobiles which are as follows:

i)         Two wheeler and three wheeler.

ii)        Passenger vehicle and Commercial vehicle.

iii)       Agriculture vehicle.

iv)       Construction equipment vehicle.

v)        Special vehicle

प्र०.6. ऑटोमोबाइल कितने प्रकार के होते हैं ?

उ०. ऑटोमोबाइल के पांच प्रमुख प्रकार हैं जो इस प्रकार हैं:

i)         टू व्हीलर और थ्री व्हीलर।

ii)         यात्री वाहन और व्यापारिक वाहन।

iii)        कृषि वाहन।

iv)        निर्माण उपकरण वाहन।

vi)         विशेष वाहन

Q.7. What is Engine?

Ans. Engine is heart of automobile. It is a structure of temporary and permanent parts which converts chemical energy into heat energy and heat energy into mechanical energy.

प्र०.7. इंजन क्या है?

उ०. इंजन ऑटोमोबाइल का दिल है। यह अस्थायी और स्थायी पुर्जों का वह ढांचा है जो कि रासायनिक ऊर्जा को तापीय ऊर्जा और तापीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता  है।

Q.8. What are the major types of Engines?

AnsEngine is mainly classified into two types:

a.       Internal combustion engines

b.      External combustion engines

Internal combustion engine

In this type of engines, fuel is burnt inside the engine cylinder. For example: Petrol, diesel engine etc.

External combustion engine

In this type of engines, fuel is burnt outside the engine cylinder but power is utilized inside the cylinder. For example: steam engine, turbine etc.

प्र०.8 इंजन के मुख्य प्रकार क्या हैं?

उ०.  इंजन मुख्य रूप से दो प्रकार के है:

i) आंतरिक दहन  इंजन

ii) बाह्य दहन इंजन


आतंरिक इंजन

इस प्रकार के इंजनों में, फ्यूल इंजन सिलेंडर के अंदर जलता  है। उदाहरण के लिए: पेट्रोल, डीजल इंजन आदि।

बाह्य दहन इंजन

इस प्रकार के इंजन में, फ्यूल इंजन सिलेंडर के बाहर जलता  है लेकिन पॉवर सिलेंडर के अंदर उपयोग होती है। उदाहरण के लिए: भाप इंजन, टरबाइन आदि।

Q.9. What are the types of Internal combustion engine?

Ans. There are two types of Internal combustion engine:

i)   S.I engine (Spark Ignition Engine)

ii)  C.I engine (Compressed Ignition Engine)

 

प्र०9. आतंरिक दहन इंजन के प्रकार क्या है ?

उ०. आतंरिक दहन इंजन के दो प्रकार है:

i)   एस. आई इंजन ( स्पार्क इग्निशन इंजन )

ii)  सी. आई इंजन  (कंप्रेस्ड इग्निशन इंजन )

Q.10. What are the main components of Engine?

Ans. The main components of Engine are:

·        Cylinder block

·        Cylinder head

·        Piston and Piston rings

·        Connecting rod

·        Crank shaft

·        Inlet and exhaust valve

·        Cam shaft

·        Water pump and water jacket

·        Oil pump

·        Spark Plug

·        Fuel Injector

·        Carburetor

·        Cam and cam follower

·        Inlet and exhaust manifold

·        Governor

·        Crank case

·        Oil sump

·        Flywheel

·        Crank case

·        Timing belt

·        Pushrod and rocker arm

·        Cylinder head cover or tapped cover

·        Oil filter

प्र०10. इंजन के मुख्य भाग  क्या हैं?

उ०. इंजन के मुख्य भाग इस प्रकार है:

·          सिलिंडर ब्लाक

·          सिलिंडर हेड

·          पिस्टन एंड पिस्टन रिंग

·          कनेक्टिंग रोड

·          क्रैंक शाफ़्ट

·        इन्केट एंड एग्जॉस्ट वाल्व

·        कैम शाफ़्ट

·        वाटर पंप एंड वाटर जैकेट

·        आयल पंप

·        स्पार्क प्लग

·        फ्यूल इंजेक्टर

·        कार्बुरेटर

·        कैम एंड कैम फोल्लोवेर

·        इनलेट एंड एग्जॉस्ट मैनीफोल्ड

·        गवर्नर

·        क्रैंक केस

·        ऑयल  सम्प

·        फ्लाई व्हील

·        क्रैंक केस

·        टाइमिंग बेल्ट

·        पुश रॉड  एंड रोककर एआरएम

·        सिलिंडर हेड कवर और तप्पेद कवर

·        आयल फ़िल्टर

Q.11. What are the major systems of Automobile?

Ans. The major systems of automobiles are:

·        Chassis frame and body

·        Engine and its components

·        Cooling system

·        Lubrication system

·        Fuel supply system

·        Transmission system

·        Front and rear axle

·        Steering and suspension system

·        Braking system

·        Wheel and Tyres

·        Electrical or Electronic system and air conditioning system


प्र० 11. ऑटोमोबाइल के मुख्य सिस्टम क्या हैं?

उ०. ऑटोमोबाइल के मुख्य सिस्टम इस प्रकार है:

·        चेसी फ्रेम एव बॉडी

·        इंजन एव इसके भाग

·        कूलिंग सिस्टम

·        लुब्रीकेशन सिस्टम

·        फ्यूल सप्लाई सिस्टम

·        ट्रांसमिशन सिस्टम

·        फ्रंट एव रियर एक्सल

·        स्टीयरिंग एव सस्पेंशन सिस्टम

·        ब्रेकिंग सिस्टम

·        व्हील एव टायर्स

·        इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम एवं एयर कंडीशनिंग सिस्टम

 Q.12. Tell about engine technical terms.

Ans. TDC (Top dead centre) : It is the position of piston when crankshaft is in its topmost position.

        BDC (Bottom dead centre) : It is the position of piston when crankshaft is in its lowest position.

        Bore : Internal diameter of engine cylinder is called bore.

 

प्र०12 इंजन की तकनीकी शब्दवाली के बारे में बताएं। 

 

उ०. टॉप डेड सेंटर : यह पिस्टन की वह अवस्था है जब क्रैंकशाफ़्ट  अपनी उच्चत्तम अवस्था में होती है


     बी डी सी (बॉटम डेड  सेंटर) : यह पिस्टन की वह अवस्था है जब क्रैन्कशाफ्ट अपनी निचली अवस्था में हो।


     बोर : इंजन सिलिंडर के भीतरी व्यास को बोर कहते  हैं।

 

Q.13. What do you mean by Chassis and body?

 

Ans. Chasis is defined as under part of vehicle which consists of frame with wheel and machinery.

        Body is portion of vehicle except chassis is called body. It provides shape to vehicle.

प्र०13 चैसी एंव बॉडी से आप क्या समझते हैं?

उ०. चैसी से अभिप्राय वाहन का निचला भाग है जिसमें फ्रेम व्हील एंव मशीनरी के साथ आते हैं

        चैसी के अतिरिक्त वाहन के हिस्से को बॉडी कहते हैं। यह वाहन को आकृति प्रदान करती है।

 

Q.14 What is cooling system?

Ans. The system which is used to provide cooling to engine and maintain its optimum temperature is called cooling system. It is mainly of two types : Air cooling and Water cooling.

प्र०14 कूलिंग सिस्टम क्या है ?

उ०. जिस सिस्टम द्वारा इंजन को ठंडा किया जाता है और इंजन आदर्श तापमान बनाए रखा जाता है उसे कूलिंग सिस्टम कहा जाता है । 

यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं : एयर कुलिंग और वाटर कूलिंग।

Q.15.  What is Transmission system? What are its major parts?

Ans. Transmission system transmit engine power to road wheels.

         It has three major  parts:  

i)    Clutch assembly

ii)   Gear box assembly

iii)  Propeller shaft assembly

प्र०15. ट्रांसमिशन सिस्टम क्या है? इसके मुख्य भाग क्या हैं?

उ०. ट्रांसमिशन सिस्टम इंजन की पॉवर को सड़क पहियों तक पुहंचाता है

      इसके मुख्य तीन भाग होते हैं:

           i)        क्लच असेंबली

          ii)       गियर बॉक्स असेंबली

          iii)    प्रोपेलर शाफ़्ट असेंबली

Q.16 What is fuel supply system? What are its major parts?

Ans. Fuel supply system is used to supply fuel from fuel tank to engine cylinder.

         It has two major parts:

i)     Gravity system

ii)    Force feed system

 

प्र०16 फ्यूल सप्लाई सिस्टम क्या हैं? इसके मुख्य प्रकार क्या हैं?

उ०. फ्यूल सप्लाई सिस्टम का प्रयोग फ्यूल को फ्यूल टैंक से इंजन सिलैंडर तक पहुँचाने के लिए करते हैं

इसके मुख्य दो भाग होते हैं:

i)       ग्रेविटी सिस्टम

ii)      फाॅर्स फीड सिस्टम

Q.17.  What is Lubrication system?

Ans. The system which provides smoothness to engine moving parts for protecting them from wear and tear is called lubrication system.

प्र०17 लुब्रीकेशन सिस्टम क्या है?

उ०.इंजन के गतिशील भागों को  घिसावट से बचने के लिए चिकनाई प्रदान करने के लिए जिस सिस्टम का प्रयोग करते हैं उसे लुब्रिकेशन सिस्टम कहते हैं

 

Q.18. What is axle? What are its types?

 

Ans. Axle is central shaft which is used to rotate or support the wheels.

There are two major types of axle:

i) Live axle

ii) dead axle

 

प्र०18 एक्स़ल क्या है? इसके कितने प्रकार हैं?

   एक्स़ल एक सेंट्रल शाफ्ट  है  जिसका प्रयोग पहियों को घुमाने एवं आधार प्रधान करने के लिए किया जाता है

एक्स़ल के मुख्य दो प्रकार हैं :

i) लाइव एक्स़ल

ii) डेड एक्स़ल

 

Q.19. What is steering system and suspension system?

 

Ans. Steering system: The system which is used to steer the  front wheels is called steering system. It is of two types:

      a. Manual Steering

      b. Hydrautic power steering

 

     Suspension System:  The system which is used to connect vehicle with road wheels and isolate the vehicle from road shocks is called suspension.

      It is mainly of three types:

       i) Mechanical suspension

       ii) Hydraulic suspension

      iii) air suspension

 

प्र० 19 स्टीयरिंग सिस्टम एवं सस्पेंशन सिस्टम क्या है?

उ० स्टीयरिंग सिस्टम: वह प्रणाली जो आगे के पहियों को चलाने के लिए प्रयोग की जाती है, स्टीयरिंग सिस्टम कहलाती है।

     यह 2 प्रकार का होता है:

     a. मैनुअल स्टीयरिंग

     b. हाइड्रोलिक पावर स्टीयरिंग

 

सस्पेंशन सिस्टम जिस प्रणाली का उपयोग वाहन को सड़क के पहियों से जोड़ने और वाहन को सड़क के झटके से अलग करने के लिए किया जाता है, उसे सस्पेंशन कहा जाता है।

      यह मुख्य तीन प्रकार का होता है:

       i) मैकेनिकल सस्पेंशन

       ii) हाइड्रोलिक सस्पेंशन

      iii) वायु सस्पेंशन

 

Q.20.   What is braking system?

Ans.   The system which is used to stop and slow down the speed of vehicle is called braking system.

 

प्र० 20. ब्रेकिंग सिस्टम क्या है?


उ०  जिस सिस्टम का प्रयोग वाहन की गति को कम करने के लिए और रोकने के लिए करते हैं उसे ब्रेकिंग  सिस्टम कहते हैं।

 

Q.21. What is function of spark plug?


Ans. This is used to provide spark for igniting  air fuel mixture in engine cylinder in gasoline engines.

 

प्र० 21.  स्पार्क प्लग का क्या कार्य है ?

उ० इसका प्रयोग गलोसीन इंजनों मैं इंजन सिलिंडर में हवा एवं इंधन के मिश्रण को जलाने के लिए स्पार्क देने के लिए प्रयोग किया जाता है ।

 

Q.22. What is the function of flywheel?


Ans. Flywheel is a cast iron wheel. It is used to store energy developed during the power stroke and transmit remaining three strokes.

 

प्र०22.  फ्लाईव्हील  का कार्य क्या है?


उ०   फ्लाइव्हील कास्ट आयरन का एक पहिया है । इसका प्रयोग पॉवर स्ट्रोक में आई उर्जा को स्टोर करके उसके बाकी  के स्ट्रोकों में ट्रांसमिट के लिए प्रयोग करते है ।


Q.23 What is the difference between petrol and diesel engine?

Ans.

Petrol engine

Diesel engine

i) In this engine, air fuel mixture is ignited by spark plug

i) In this engine, only air is entered into engine cylinder and diesel is sprayed at high pressure which is ignited by hot compressed air.

ii) Running cost of these engines are high.

ii) Running cost of these engines are low.

iii) Initial cost of these engine is low

iii) Initial cost of these engines is more.

iv) These engines requires less maintenance.

iv)  These engines requires more maintenance

v) These engines make less noise.

v) These engines make more noise.

 

प्र० 23 पेट्रोल और डीजल इंजन में क्या अंतर है?

उ०

Petrol engine

Diesel engine

i) इस प्रकार के इंजन मैं हवा इंधन के मिश्रण को स्पार्क प्लग से जलाया जाता है

i) इस प्रकार के इंजन में केवल हवा इंजन सिलिंडर मैं प्रवेश करती है और डीजल के उच्च दबाव पर छिड़का जाता है जो गर्म संपीड़ित हवा से प्रज्वलित होता है।

ii) इन इंजनों की रनिंग कॉस्ट ज्यादा होती है।

ii) इन इंजनों की रनिंग कॉस्ट कम होती है।

iii) इन इंजनों की शुरुआती लागत कम है

iii इन इंजनों की शुरुआती लागत ज्यादा  है

iv) इन इंजनों को कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।

iv)  इन इंजनों को ज्यादा  रखरखाव की आवश्यकता होती है।

v) ये इंजन कम शोर करते हैं।

v) ये इंजन ज्यादा शोर करते हैं।

 

 

 

 

 


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