Automobile Level01/U3/S2/Engine and Its components/cbse

 



Q.1. What is Engine?

Ans. Engine is heart of Automobile. It is a structure of Temporary and Permanent parts which converts chemical energy inro heat energy and heat energy into mechanical energy.

(इंजन ऑटोमोबाईल का दिल है, यह स्थायी एवं अस्थायी पुर्जों का वह ढांचा है जो रासायनिक ऊर्जा को तापीय ऊर्जा में एवं तापीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है।  )

Q.2. What are the main types of Engine?(इंजन  के मुख्य रूप से कितने प्रकार होते हैं ?)

Ans. Engine  is mainly of two types 

1. Internal combustion Engine:- In this type of Engine, Fuel is burnt inside the engine cylinder. For Example:- Petrol, Diesel or Gas Engine etc.

2. External Combustion Engine:- In this type of Engine, Fuel is burnt outside the engine cylinder.

(इस प्रकार के इंजन में फ्यूल इंजन सिलिन्डर से बाहर जलता है लेकिन पावर इंजन सिलिन्डर के अंदर पैदा होती है।)

Q.3. Tell about full form of IC, SI and CI engine.(आई. सी., एस . आई. और सी. आई इंजन के पूर्ण रूप बताओ।)

Ans. IC- Internal Combustion Engine()

     SI- Spark Ignition Engine

     CI- Compressed Ignition Engine

Q.4.Tell about working of SI(Spark Ignition) Engine.(एस. आई-स्पार्क इग्निशन इंजन की कार्यविधि बताओ।)

Ans. In this type of engine, highly volatile fuel is used such as Gasoline or Gasohol etc. Air fuel mixture is entered in engine and then it is compressed. After that Spark is created by ignition system and mixture starts burning. Hence engine creates power.(इस प्रकार के इंजन में उच्च विस्फोटक ईंधन जैसे कि गैसोलीन या गैसोहोल आदि का प्रयोग होता है। हवा एवं ईंधन का मिश्रण इंजन में प्रवेश करता है और तब इसे कम्प्रेस किया जाता है। इसके बाद इग्निशन सिस्टम द्वारा स्पार्क पैदा होती है और मिश्रण जलने लगता है। इस प्रकार इंजन पावर पैदा करता है। )

Q.5. How CI engine works?(सी. आई इंजन कैसे कार्य करता है ?)

Ans.   In Compressed Ignition Engines or Diesel Engines, only fresh air is entered inside engine cylinder. This air is compressed at high pressure as such temperature of engine reaches around 538 Degree or more. Then diesel is injected in automized form by Fuel Injector Nozzle inside Engine cylinder. Fuel is burnt and engine creates power.(कम्प्रेस्ड इग्निशन इंजनों में या डीजल इंजनों में केवल ताजी हवा इंजन सिलिन्डर में प्रवेश करती है। इस हवा को इतने उच्च प्रेशर पर कंप्रेस किया जाता है कि इसका तापमान 538 डिग्री या इससे अधिक हो जाता है। तब डीजल को इंजन सिलिन्डर में फ्यूल इन्जेक्टर नोजल के द्वारा धुंध के कणों के रूप में इन्जेक्ट किया जाता है। फ्यूल जलने लगता है और इंजन पावर पैदा करता है। )


Q.6.Tell about the types of Internal Combustion Engines.(आंतरिक दहन इंजनों के प्रकार बताओ।)

Ans. 1. Reciprocating Engine(रेसीप्रोकेटिंग इंजन)

        2. Rotary Engine(रोटरी इंजन)

Q.7. What is another name of rotary engine and why it is called so ?(रोटरी इंजन का दूसरा नाम क्या है और इसे ऐसा क्यों कहा जाता है ?)

Ans. Rotary Engine is also known as Wankel Engine because it was discovered by Wankel. (रोटरी इंजन को वैंकल इंजन कहा जाता है क्योंकि इसका आविष्कार वैंकल ने किया था।)

Q.8. Tell about the names of Engine Main Parts.(इंजन के मुख्य भागों के नाम बताओ। )

Ans. 1. Cylinder(सिलिन्डर)                                                    2. Cylinder Head(सिलिन्डर हेड)

         3.  Piston and Piston Rings (पिस्टन एवं पिस्टन रिंग)      4. Connecting Rod(कनेकटिंग रॉड)

         5.  Crank and Crank shaft(क्रैंक एवं क्रैंक शाफ़्ट)           6. Gudgeon Pin(गजन पिन)

        7. Inlet and Exhaust Valve(इनलेट एवं इग्ज़ॉस्ट वाल्व)     8. Valve Spring(वाल्व स्प्रिंग)

        9. Inlet Manifold(इनलेट मैनीफोल्ड)                 10. Exhaust Manifold(इग्ज़ॉस्ट वाल्व)

       11. Cam Shaft(कैम शाफ़्ट)                               12. Cam and Cam follower(कैम एवं कैम फॉलोअर)

       13. Push Rod (पुश रॉड)                                           14. Crank Case(क्रैंक केस)

       15. Water Pump and Water jacket(वाटर पम्प एवं वाटर जैकेट)             

       16.  Radiator(रेडीएटर )

      17. Bed Plate(बेड प्लेट)                               18. Flywheel(फ्लाइव्हील)

     19. Governor(गवर्नर)                                      20. Carburetor(कार्बोरेटर)

     21. Spark Plug (स्पार्क प्लग)                               22. Fuel Injection Pump(फ्यूल इन्जेक्टर पम्प)

     23. Fuel Injector(फ्यूल इन्जेक्टर)

Q.9. Tell about cylinder and cylinder head.(सिलिन्डर एवं सिलिन्डर हेड के बारे में बताओ।)

Ans. Cylinder:- Cylinder of Internal Combustion engine is called main body of an engine. Piston reciprocates in cylinder and generates power. Generally, it is made of cast iron but for heavy vehicles, alloy steel is used.

(आंतरिक दहन इंजन के सिलिन्डर को इंजन की मुख्य बॉडी भी कहा जाता है। पिस्टन सिलिन्डर में ऊपर नीचे की गति करता है और पावर पैदा करता है। आमतौर पर इसके लिए कास्ट आयरन का प्रयोग किया जाता है, परंतु भारी वाहनों के इंजनों के लिए अलॉय स्टील और एल्युमिनियम अलॉय का प्रयोग किया जाता है।)

Cylinder Head:- This is used to cover cylinder by one side. It contains of inlet and exhaust valve. Cylinder head is usually made in single piece. Cast Iron or aluminium alloy is used for this purpose.

(इसका प्रयोग सिलिन्डर के एक सिरे को ढकने के लिए करते हैं, इसमें इनलेट और इग्ज़ॉस्ट वाल्व होते हैं। सिलिन्डर हेड को आम तौर पर एकल टुकड़े में बनाया जाता है। इसके लिए कास्ट आयरन या एल्युमिनियम अलॉय का प्रयोग किया जाता है।)

Q.10.Tell about piston,  piston rings, connecting rod, crank and crank shaft.(पिस्टन, पिस्टन रिंग, कनेकटिंग रॉड, क्रैंक एवं क्रैंक शाफ़्ट के बारे में बताओ। )

Ans.  Piston: Piston is also called heart of engine. Main function of piston is to compress charge compression stroke and to transmit pressure of gases to crankshaft during power stroke. Pistons are usually made of cast iron, cast steel and aluminium alloy.

(पिस्टन को इंजन का दिल भी कहा जाता है। पिस्टन का मुख्य कार्य कम्प्रेशन स्ट्रोक के दौरान चार्ज को कम्प्रेस करना और गैसों के दबाव को कनेक्टिंग  रॉड एवं  क्रैंक शाफ़्ट पर पावर स्ट्रोक के दौरान   )

Piston Ring: These are the rings fitted in grooves of piston. These are made of cast iron. Upper rings are called compression ring and lower rings are called oil control rings.

(यह पिस्टन के ग्रूव में फिट होने वाले रिंग हैं। यह कास्ट आयरन के बने होते हैं। ऊपर के रिंग को कम्प्रेशन रिंग और नीचे के रिंग को ऑयल कंट्रोल रिंग कहते हैं। )


Q.11. Tell about Piston Pin, Inlet Valve, Exhaust Valve and Valve Spring.(पिस्टन पिन, इनलेट वाल्व, इग्ज़ॉस्ट वाल्व और वाल्व स्प्रिंग के बारे में बताओ।)

Ans. Piston Pin:- This is also called Gudgeon pin or Wrist Pin. This is used to connect Piston with small end of connecting rod.(इसे गजन पिन भी कहा जाता है। इसका प्रयोग पिस्टन को कनेकटिंग रॉड के छोटे सिरे से जोड़ने के लिए किया जाता है।)

Q.12. Tell about Inlet Manifold, Exhaust Manifold and Cam Shaft.(इनलेट मैनीफोल्ड, इग्ज़ॉस्ट मैनीफोल्ड  और कैम शाफ़्ट के बारे में बताओ।)

Ans. Inlet Manifold:- This is the component which provide passage through which charge is send to each cylinder in gasoline engines and only air is send to diesel engines.

(यह वह रास्ता है जिसके द्वारा गैसोलिन इंजन में चार्ज को एवं डीजल इंजनों में केवल हवा को प्रत्येक सिलिन्डर में भेजा जाता है। )

Exhaust Manifold:- This is the component which provides passage through which burnt gases of different cylinders are sent to atmosphere.

(यह एक ऐसा भाग है जो कि रास्ता उपलब्ध कराता है जिसके द्वारा विभिन्न सिलिन्डर की  जली हुई गैसें इग्ज़ॉस्ट वाल्व के द्वारा वातावरण में भेजी जाती हैं। )

Cam Shaft:- Main function of cam shaft is to operate intake and exhaust valves with the help of cam.

(कैम शाफ़्ट का मुख्य कार्य कैम के द्वारा इनटेक एवं इग्ज़ॉस्ट वाल्व को चलाना है।)

Q.13.Tell about Push Rod, Rocker Arm, Crank Case, Water Pump and Water Jacket.(पुश रॉड, रोकर आर्म, क्रैंक केस, वाटर पम्प और वाटर जैकिट के बारे में बताओ।)

Ans.  Push Rod and Rocker Arm:- The motion of the cam is transmitted to the valve through the push rod and rocker arm. (कैम की गति को वाल्व तक पुश रॉड और रोकर आर्म की सहायता से पहुंचाया जाता है।)

Crank Case:-It is the base which holds the cylinder and crankshaft. It also serves as the sump for engine oil.(यह एक आधार है जो कि सिलिन्डर और क्रैंक शाफ़्ट को जकड़े रखता है। यह इंजन ऑयल के सम्प का कार्य भी करता है।)

Water Pump and water Jacket:-The function of water pump is to draw water from the radiator and supply it to water jacket at certain pressure for proper circulation of coolant. The jackets are provided in the crank case for the circulation of coolant to carry away the excessive heat of the engine.(जल पंप का कार्य रेडिएटर से पानी को खींच कर उसे वाटर जैकेट तक उचित प्रेशर पर भेजना है जिससे कूलैट की उचित घुमाई हो सके। क्रैंक केस में जैकेट कूलेन्ट की घुमाई के लिए दिए होते है जिससे वे इंजन से अतिरिक्त ऊष्मा हटा सकें।)

Q.14. Tell about radiator, flywheel, governor and carburetor.(रेडिएटर, फ्लाइव्हील, गवर्नर और कार्बुरेटर के बारे में बताओ।)

Ans. Radiator:- It is a device which is used in water cooling system. It has two tanks fitted upper and lower side. It has cooling fins for heat removal and also has pressure cap for increasing boiling temperature of coolant. 

रेडियेटर :- यह एक ऐसी डिवाइस है जिसका प्रयोग जल शीतलन प्रणाली(वाटर कूलिंग) सिस्टम में होता है। इसके दो टैंक होते हैं जो कि ऊपर और नीचे फिट किए होते हैं। इस में ऊष्मा को हटाने के लिए कूलिंग फिंस दी होती हैं और कूलैंट का क्वथनांक बढ़ाने के लिए प्रेशर कैप दी होती है।

Flywheel:- It is single piece wheel made of cast iron fitted on crank shaft. It stores the energy during power stroke and release energy in remaining other strokes.

फ्लाइव्हील:- यह कास्ट आयरन का बना हुआ एकल पहिया होता है जो कि क्रैंक शाफ़्ट पर फिट किया होता है। यह पावर स्ट्रोक के दौरान ऊर्जा को स्टोर करता है और बाकी के तीनों स्ट्रोकों में प्रदान करता है। 

Governor:- It takes drive from crankshaft. Its function is to control fuel supply to maintain engine speed according to load requirements.

गवर्नर :- यह क्रैंकशाफ़्ट से ड्राइव लेता है। इसका कार्य लोड की जरूरतों के अनुसार इंजन की स्पीड बनाए रखने के लिए ईंधन की मात्रा को नियंत्रित करना है। 

Q.15. Tell about spark plug, fuel injection pump and fuel injector.(स्पार्क प्लग, फ्यूल इन्जेक्शन पंप और फ्यूल इन्जेक्टर के बारे में बताओ।)

Ans. Spark Plug:- Spark plug is used to ignite air-fuel mixture in petrol or gas engines at the end of compression stroke.

(स्पार्क प्लग:- स्पार्क प्लग का प्रयोग कम्प्रेशन स्ट्रोक के अंत में पेट्रोल या गैस इंजनों में हवा एवं ईंधन के मिश्रण को जलाना है।)

Fuel Injection Pump:- Fuel injection Pump is used to supply high pressure fuel to engine cylinder at the end of compression stroke in diesel engine.

(फ्यूल इन्जेक्शन पंप :- फ्यूल इन्जेक्शन पंप का प्रयोग डीजल इंजन में कम्प्रेशन स्ट्रोक के अंत में ईंधन को उच्च दाब पर सप्लाइ करना है।)

Fuel Injector:- Fuel injector is used to supply fuel in atomized form to cylinder of diesel engine.

फ्यूल इन्जेक्टर:- फ्यूल इन्जेक्टर का प्रयोग डीजल इंजन के  सिलिन्डर में ईंधन को धुंध के रूप में छोटे-छोटे कणों में सप्लाइ करना है। 

Q.16. Fill in the blanks

(i) Engine is the _______of an automobile. It’s role is very important.

(इंजन वाहन का __ है इसका रोल बहुत महत्त्वपूर्ण है )

(ii) Engine converts the chemical energy(heat energy) to ____energy.

(इंजन रासायनिक उर्जा(तापीय उर्जा) को ____उर्जा में बदलता है)

(iii) Major parts of engine are______, ________ and ________.

(इंजन के मुख्य भाग ______ , _______ और ________हैं)

(iv) The function of carburetor is to supply uniform _____to the cylinder of a ___through the intake manifold.(कार्बुरेटर का कार्य इन्टेक मैनीफोल्ड के द्वारा ___के सिलिंडर में नियमित ___को सप्लाई करना)

(v) Spark plug is used to ___________(स्पार्क प्लग का प्रयोग ___के लिए करते हैं)

        Ans. (i).   Heart(दिल)     (ii).   Mechanical Energy()        (iii).  Cylinder head, cylinder block and oil sump etc.(सिलिंडर हेड, सिलिंडर ब्लॉक और ऑयल सम्प इत्यादि)  (iv).  gasoline engine(गैसोलीन इंजन), air-fuel mixture(हवा-इंधन के मिश्रण)

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