Q.1. What is automotive electrical system? What are the purpose of automotive electrical system?( ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल सिस्टम क्या है?
ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल सिस्टम का उद्देश्य क्या है?)
Ans. The
system which is used to produce, store and utilize electrical energy for
operation of all electrical equipment is called automotive electrical system.
Purpose: (i) It generates the electricity for charging of battery.
(ii) It is
used to supply current to ignition Coil in gasoline engines.
(iii) It
supplies current to starting motor for cranking the engine.
(iv) It is
used to supply current to the lighting system.
(v) It is
used to supply current horn, wipers, meters, gauges and other dashboard
instruments and electrical accessories.
→ ऐसा सिस्टम जिसका प्रयोग इलेक्ट्रिकल उर्जा को पैदा करने
के लिए, संचित करने के लिए एवं उसका उपयोग इलेक्ट्रिकल
उपकरणों को चलाने के लिए किया जाता है, ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल
सिस्टम कहलाता है।
(i)
यह बैटरी
की चार्जिंग के लिए विद्युत पैदा करता है।
(ii) यह इंजन क्रेंकिंग करने के लिए स्टार्टिंग मोटर को
करंट सप्लाई करता है।
(iii)
इसका
प्रयोग गैसोलीन इंजन में इग्निशन कॉइल को करंट सप्लाई करने के लिए किया जाता है।
(iv) यह लाइटिंग सिस्टम को करंट सप्लाई करने के लिए
किया जाता है।
(v)
इसका
प्रयोग हॉर्न,वाइपर, मीटर, गेज और अन्य डेशबोर्ड उपकरणों और इलेक्ट्रिकल असेसरीज़ को करंट सप्लाई
करने के लिए किया जाता है।
Q.2. What is charging system ? What are it's main components? (चार्जिंग सिस्टम क्या है? इसके मुख्य भाग क्या हैं?)
Ans. Charging system is used to produce electrical energy to charge the battery and to meet the demands of electrical system while engine is running.
Main components of charging system are :
(i)
Battery
(ii) Ignition switch
(iii) AC. Generator
(Alternator or DC Generator )
(iv) Relay switch
(v) Indicator Lamp
चार्जिंग सिस्टम का प्रयोग बैटरी चार्ज करने के लिए और इंजन के चलते हुए इलेक्ट्रिकल सिस्टम के लोड की जरूरत अनुसार इलेक्ट्रिकल उर्जा को पैदा करना है।
पार्ज
चार्जिंग सिस्टम के
मुख्य भाग हैं :-
(i)
बैटरी
(ii) इग्निशन स्विच
(iii)
ए.सी.
जनरेटर (अल्टरनेटर) या डी. सी. जनरेटर (डायनमो)
(iv) रिले स्विच
(v) इंडीकेटर लैंप
Q.3. What is
starting system ? What are its main components ? Draw its circuit diagram.( स्टार्टिंग सिस्टम क्या है? इसके मुख्य भाग क्या हैं? इसका सर्किट डायग्राम चित्रित करें)
Ans.
Starting system draws a large amount of current from the battery and crank the
engine by starter motor. It is done by help of two circuits-starter circuit and
control circuit
Main parts of starting system :
(i)
Battery
(ii) Starter switch
(iii)
Starter motor
(iv) Starter drive
(v)
Heavy insulated
cable
(vi) Ignition switch
(स्टॉर्टिंग सिस्टम बैटरी से काफी अधिक मात्रा में करंट लेकर स्टार्टिंग मोटर की सहायता से इंजन को क्रैंक करता है।)
स्टार्टिंग सिस्टम
के मुख्य भाग :-
(i)
बैटरी
(ii) स्टार्टर स्विच
(iii)
स्टार्टर
मोटर
(iv) स्टार्टर ड्राइव
(v)
भारी
कुचालक केबल
(vi) इग्निशन स्विच
Q.4. What is ractifier? (रैकटीफायर क्या है?)
Ans. Ractifier converts three phase alternating current generated in the stator winding of
alternator into direct current.
(रेक्टीफायर तीन फेस के
अल्टरनेटिंग करंट (प्रत्यावर्ती धारा) को
जो कि अल्टरनेटर के स्टेटर वाइंडिंग में पैदा होता है को डायरेक्ट ( दिष्ट धारा)
में बदलता है)
Q.5. What is D.C.
generator or dynamo ?(डी. सी. जनरेटर क्या है?)
Ans. Dynamo is a device which is used to
produce D.C current for the purpose of Charging of battery and to bear
electrical load while engine is running, (डायनमो एक ऐसा उपकरण है
जो कि बैटरी की चार्जिंग के लिए और चलते इंजन के समय इलेक्ट्रिकल लोड को सहन करने
के लिए डी. सी करंट पैदा करती है।)
Q.6. What is alternator or A.C
generator ? (एसी जनरेटर या अल्टरनेटर क्या है?,)
Ans. A alternator is a device which
produce alternating current in automobiles to charge the battery, and to bear
electrical load while engine is running. (अल्टरनेटर एक ऐसी डिवाइस
है जो कि अल्टरनेटिंग करंट पैदा कर आटोमोबाइल की बैटरी चार्ज करने एवं चलते इंजन
के समय सभी इलेक्ट्रिकल लोड सहन करने का कार्य करता है।)
Q.7. Tell about any five
advantages of alternators or a dynamo. (अल्टरनेटर के डायनमो पर कोई
पाँच लाभ बताओ।)
Ans. (i) Alternator is much smaller in size as compared to dynamo for same
output .
(ii) Alternator
can produce more current output at low engine speed but dynamo can't do that.
(iii)
Alternator require less maintenance.
(iv) No cut out unit is required in alternator.
(v)Maximum
driving speed of alternator is much higher (20000rpm) than dynamo (9000rpm).
(i) अल्टरनेटर समान आउटपुट के लिए डायनमो की तुलना में काफी छोटा होता है।
(ii) अल्टरनेटर काफी कम इंजन स्पीड पर अधिक करंट आउटपुट दे सकता है लेकिन
डायनमो नहीं दे सकती।
(iii) अल्टरनेटर को कम देखभाल की जरूरत होती है
(iv) अल्टरनेटर में कट आउट यूनिट की जरूरत नहीं होती है।
(v)अल्टरनेटर की अधिकतम ड्राइविंग स्पीड (20000 आर.पी-एम) डायनमो (90000 आर पी-एम) की तुलना में काफी अधिक होती है।
Q.8. What is starter motor?
what is its principle? (स्टार्टर मोटर क्या है? इसका सिद्धांत क्या है?)
Ans. Starter
motor is a device which draws heavy current from battery and crank the engine. It works on the principle on Fleming's Left Hand Rule, which states that when
thumb, fore finger and middle finger are right angle to each
other then fore finger indicates the direction of megnetic field, the middle
finger represents the direction of current and thumb indicates direction
of the force on the Conductor, (स्टार्टर मोटर एक ऐसी डिवाइस है
जोकि बैटरी से अत्यधिक करंट लेकर इंजन को क्रैंक करती है । यह फ्लेमिंग के बांयें हाथ
के सिद्धांत पर कार्य करती है जिसके अनुसार यदि अंगूठा, तर्जनी और माध्यम आपस में
लम्बवत (90० के कोण पर) हो तो तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के , माध्यम करंट
(विधुत धारा) की दिशा को और अंगूठा कंडक्टर पर लगने वाले बल की दिशा को प्रदर्शित
करता है ।)
Q.9. What are the components of starter motor ?( स्टार्टर मोटर के मुख्य भाग क्या हैं?)
Ans. (i) Motor unit (मोटर यूनिट) (ii) Drive unit (ड्राइव यूनिट)
(a)
Armature
(आर्मेचर)
(b)
Body,
or frame (बाडी या फ्रेम)
(c)
Pole
Shoes (पाल शून)
(d)
Brushes
and brush holder (ब्रश एवं ब्रश होल्डर)
(e)
Commutator
(कम्यूटेटर)
(f)
Field
winding (फील्ड बाइंडिंग )
Q.10. What is the
function of armature and commutator in starter motor?(स्टार्टर मोटर में आर्मेचर और कम्यूटेटर का क्या कार्य है?)
Ans. Armature
(आर्मेचर) :- It is the main drive of starter moter. It
is cylinderial in Construction and Consists of iron come Armature shaft,
Commutator and armature windings यह स्टार्टर मोटर की मुख्य ड्राइव
है। यह बनावट मुख्य मैं बेलनाकार होता है और इसमें आयरन, कोर,
अवेंचर शाफ्ट, कम्यूटेटर और आर्मेचर वाइंडिंग
आदि आते हैं।
Commutator (कम्यूटेटर) :- It is a
device which works as rotary electrical switch for changing
the direction coverd in which electricity flows(यह ऐसी डिवाइस है जो एक घुमावदार
इलेक्ट्रिक्ल स्विच का कार्य करती है जो कि विद्युत धारा की दिशा बदलता है जिस तरफ
विद्युत बहती है।)
Q.11. What is engine management
system ? which are its main components. (इंजन मैनेजमेंट लिए क्या है? इसके मुख्य भाग कौन-कौन से है?)
Ans. Engine
management system is electronic system in automobiles which is responsible for
Controlling the amount of fuel being the injected. adjusting engine timing
It has three main componendis :-
(i)
ECU
(ii) Sensor
(iii)
Actuator
इंजन मैनेजमेंट सिस्टम, एक इलेक्ट्रोनिक सिस्टम है, जो
कि इंजेक्ट किए जाने वाले इंधन की मात्रा नियंत्रित करने एवं इंजन की टाइमिंग को
एडजस्ट करने के लिए जिम्मेदार होता है।
इसके मुख्य तीन भाग
होते हैं,
(i) ई.सी. यू. (ii) सेंसर (iii) एक्चुएटर
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