SESSION 1 DELIVERY PROCEDURE (वितरण प्रक्रिया)
Q.1. MEANING OF DELIVERY (वितरण का अर्थ):
ANS. Letter, पार्सल या Goods को पहुँचाने
की क्रिया को वितरण कहा जाता है ।
Q.2. RETAIL DELIVERY
PROCEDURE (खुदरा
वितरण प्रक्रिया):
ANS. खुदरा विक्रेता द्वारा अपनाई जाने वाली वितरण
प्रक्रिया इस प्रकार है –
1. उत्पाद खरीदे जाने के
बाद order को भेजने के लिए गोदाम (product) में भेजा देता है ।
2. order एक स्वतन्त्र
कोरियर कम्पनी या फॉर्मो द्वारा परिवहन के माध्यमसे पहुँचाया जाता है ।
3. ORDER CONSIGNMENT नोट
के साथ आता है जब वह ग्राहक को वितरित किया जाता है ।
4. DELIVERY BOY
CONSIGNMENT नोट ले जाता है और नोट पर ग्राहक द्वारा हस्ताक्षर किए जाते है ।
5. CONSIGNMENT नोट पर तभी
हस्ताक्षर करे जब DELIVER किए गए डिब्बे में सामान गायब या टुटा नहीं हुआ हो ।
6. यदि माल DAMAGE या गायब
है तो ग्राहक को CONSIGNMENT नोट पर लिखित रूप में रिपोर्ट करनी चाहिए और डिलीवरी
बॉय के हस्ताक्षर लेने चाहिए ।
Q.3. HOW PRODUCT DISTRIBUTION IS DONE ? (उत्पाद वितरण
कैसे किया जाता है ? )
ANS. एक बार लेन-देन स्वीकार किए जाने के बाद सामान
निम्नलिखित त्तरीकों से प्रदान किए जा सकते है –
DIRECT SHIPPING(सीधा शिपिंग)
DROP SHIPPING (ड्राप शिपिंग)
IN –STORE PICK-UP(इन – स्टोर पिक – अप)
1.
DIRECT SHIPPING :
E-RETAILER निर्माता
से उत्पाद खरीदता है और उसे अपने गोदाम में संग्रहित करता है जब ग्राहक E-RETAILER
की वेबसाइट पर एक ORDER देता है तो RETAILER अपने गोदाम में उन सामानों को कोरियर
सेवाओं की मदद से ग्राहक को भेजता है ।
2.
DROP SHIPPING :
E- RETAILER माल को अपने गोदाम में
स्टोर नहीं करता है जब ग्राहक E-RETAILER की वेबसाइट पर आर्डर देता है तो
E-RETAILER उस order की सीधे निर्माता को भेजता है और वे कोरियर सेवाओं की मदद से
उन सामानों को ग्राहक को भेजता है ।
3.
IN-STORE PICK-UP :
जब कोई ग्राहक पास के स्टोर से सामान खरीदने के लिए
ऑनलाइन order देता है और internet के माध्यम से सामान का भुगतान करता है परन्तु वह
स्टोर में उसने सामान का order दिया था ।
Q.4. WHAT FOLLOWING THINGS
SHOULD BE CHECK IN DELIVERY OF GOODS ?(सामान के वितरण में किन – किन
बातों का ध्यान रखना चाहिए ?)
ANS.
1.
सभी सामान को अनपैक करें । क्योंकि कभी – कभी हमारे
पैकेजिंग कर्मचारी बड़ी वस्तुओ के कंटेनरों के अन्दर छोटे item डाल देते है ।
2.
रिटेलर को ग्राहक के सम्पर्क में रहना चाहिए । ताकि यदि
ग्राहक को बिल की कोई समस्या हो तो वे उस समस्या को रिटेलर को बता सके ।
3.
रिटेलर से पूछे कि बिल का ट्रांजक्शन no. क्या है और कौन
सा ITEM गायब है ।
4.
कारखाना रिकॉर्ड के अनुसार ट्रांजक्शन no. की जांच करे ।
और उसी हिसाब से रिटेलर को REPLY करें । ताकि वह ग्राहक को समझा सके ।
Q.5. ACCESSORIES AND
DOCUMENTATION NEEDED IN DELIVERY (वितरण में आवश्यक उस साधन और दस्तावेज)
ANS.
1.
PURCHASE ORDER(खरीद आदेश)
2.
TAKING DELIVERY(डिलीवरी लेना)
3.
DELIVERY DETAILS(डिलीवरी का विवरण)
4.
FUEL FOR DELIVERY(वितरण के लिए ईंधन)
1.
PURCHASE ORDER(खरीद आदेश) :
खरीद आदेश एक खरीदार द्वारा विक्रेता को प्रस्तावित दस्तावेज है । सभी
वस्तुओ को विस्तार से देखे जो खरीद आदेश पर उल्लिखित है ।
2.
TAKING DELIVERY(डिलीवरी लेना) :
जब
आप (कोरियर सेवाएं) रिटेलर से माल की डिलीवरी लेते हैं, तो जांच ले कि किसी भी
सामान को विशेष सुरक्षा की आवश्यकता है, यदि ऐसा है तो एक क़ानूनी समझोता करे और
यदि सामान आकार में बड़े है, तो जांच ले कि आपके पास अपने डिलीवरी वाहन में सामान
रखने के लिए अच्छी जगह है ।
3.
DELIVERY DETAILS(डिलीवरी का विवरण) : यह जांचो कि ग्राहक के
विवरण के साथ सामानों के विवरण का उल्लेख किया गया है या नहीं । ग्राहक के विवरण
का अर्थ है : ग्राहक का नाम, उसका विवरण पता आदि ।
4. FUEL FOR DELIVERY(वीरान
के लिए ईंधन) : वाहन द्वारा ग्राहक के स्थान पर सामान
पहुँचाने से पहले यह देख ले कि क्या वाहन में पर्याप्त ईंधन है और वाहन के सभी मूल
दस्तावेज हैं या नहीं ।
Q.6. HOW TO UPDATE THE
RECORDS OF DELIVERY AND NON-DELIVERY OF GOODS IN STORE ?(स्टोर में माल
की डिलीवरी और गैर –डिलीवरी के रिकॉर्ड कैसे अपडेट करें ?)
ANS. यदि कंटेनर
दिखते हैं जैसे वे टूट गए है तो आपके पास दो विकल्प है :
1.
REFUSE THE DELIVERY(वितरण से इंकार करें)
2.
ACCEPT THE DISTRIBUTION(वितरण स्वीकार करें)
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